subhash chandra bose poem in hindi सुभाष चंद्र बोस पर कविता
subhash chandra bose poem in hindi |
कविता: हमारे सुभाष जी
देश के लिए तैयार रहे
फौज तैयार की आजाद हिंद की
नारा दिया था बहुत अच्छा
तुम मुझे खून दो मैं तुम्हें आजादी दूंगा
ऐसे वीर जहां में कहां मिलते हैं
अंग्रेजों से डटकर सामना किया
ऐसे थे हमारे सुभाष जी
बर्लिन में जाकर हाथ मिला हिटलर से
मुकाम तैयार किया आजादी का
हमारे दिलों में आज भी जिंदा है
हमारे सुभाष चंद्र बोस
नई नई योजनाएं बनाई
नए-नए लोग तैयार किए
युवा बुड्ढे जवान औरत
सब शामिल करे फौज में
ना धर्म देखा ना जात
ना अमीर देखें ना गरीब
किया है हर आदमी को भर्ती
अपनी फौज में
ऐसे महापुरुष कहां मिलते हैं
आजादी के आंदोलन
जिन्होंने अपना तन मन
निछावर किया
भारत देश के लिए
लड़ना सिखाया
जुल्म के खिलाफ
अत्याचार के खिलाफ
ऐसे थे हमारे सुभाष जी
यह हमारे दिलों में रहेंगे सदा
बलीदानी व्यक्ति थे
हमारे सुभाष जी
जिन्होंने अंग्रेजो के खिलाफ
आवाज़ उठाई।
ऐसे महापुरुष को
हमेशा नमन ।।
कवि द्वारा इस कविता को पूर्ण रूप से स्वयं का बताया गया है। ओर हमारे पास इसके पुक्ते रिकॉर्ड्स है। कवि ने स्वयं माना है यह कविता उन्होंने किसी ओर वेबसाइट पर प्रकाशित नहीं करवाई है।मनजीत भावड़ियारचनाकार – खान मनजीत भावड़िया मजीद
गांव भावड तह गोहाना जिला सोनीपत हरियाणा
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