इजहार पर कविता | Pyar ka izahar kavita
Reading Time: 2 minutes इजहार पर कविता इजहार पर कविता कह दूॅ मैं तुझसे वो बात, जिसे सोचती हूँ हर रात। तेरी इक मुस्कुराहट ,तेरी कातिल निगाहें, जिसके लिए बदल दूँ मैं अपनी राहें। तेरी एक आवाज सुनने को रहती बेकरार चाहती हूँ होती रहे तेरी मेरी प्यारी तकरार ॥ ख्वाईश है कि डूबी रहूँ तेरी ही बातों में, … Read more