मां पर कविता। Maa Par Kavita

Reading Time: 3 minutes

Poem on Mother in Hindi

Maa Par Kavita
मां पर कविता

मां पर कविता। Maa Par Kavita

मां तो मां होती है। मां तो मां होती है।
हमें सूखे बिस्तर पर सुला कर, खुद गीले बिस्तर पर सोती है।
हमें नौद न आए तो लोरी सुनाती है हमारे सोने के बाद गुन गुनाते हुए सो जाती है।।
मां तो मां होती है। मां तो मां होती है।

सुबह सुबह जग कर हमें निहारती है, मातृ स्नेह के साथ हमें जगाती है।
हमारे जागने पर मंद-मंद मुस्कुराती है ॥
मां तो मां होती है। मां तो मां होती है।

बहुत सवेरे जागकर सबका ध्यान रखकर, घर के काम निवटाती है। 
दिनभर थक कर सबको सुलाकर, देर रात सो जाती है। 
मां तो मां होती है। मां तो मां होती है।

हम छुट्टी मनाते हैं रविवार को, हमें देर तक सोने देती है। 
हमें एहसास भी नहीं कराती, पर अपना रविवार भुला देती है। 
मां तो मां होती है। मां तो मां होती है।

हमारे गलतियां करने पर, हमें डांटती है फटकारती है। 
पर हम जानते हैं कि डांटने के बाद वो कितना गमगीन हो जाती है। 
मां तो मां होती है। मां तो मां होती है।

हमारी गलतियों को वह, पिता से छुपा लेती है, बहाने बना देती है 
लेकिन हमारी खुशियों के लिए वह उनसे भी लड़ लेती है। 
मां तो मां होती है। मां तो मां होती है।

परिवार के दुख दर्द देख कर, अतिशीघ्र दुःखी हो जाती है। 
लेकिन अपने गमों को छुपाकर, वह हमेशा ही मुस्कुराती है। 
मां तो मां होती है। मां तो मां होती है।

अपनी हर खुशी परिवार पर, न्योछावर कर देती है। 
यदि आवश्यक हो जावे तो, वह मजदूरी भी कर लेती है।। 
मां तो मां होती है। मां तो मां होती है।

बच्चो की खुशियां ही सारा जहां है, 
एक मां के लिए उसने सारी जिंदगी न्यौछावर कर दी अपने बच्चों के लिए। 
पर दस्तूर तो देखिए जमाने का साहब, 
हमारे घर में स्थान नहीं है, उस पावन मां के लिए।। 

देश में ब्रद्धा आश्रम बढ़ते जा रहे हैं, उस पवित्र माता के लिए। 
जिसने अपना सारा जीवन वार दिया, मां की ममता के लिए।। 
बचा लो अपने देश की संस्कृति को, आने वाली पीढ़ियों के लिए सहारा बन जाओ, 
उस मां के बूढ़ापे के लिए।

——————-

कवि द्वारा इस कविता को पूर्ण रूप से स्वयं का बताया गया है। ओर हमारे पास इसके पुक्ते रिकॉर्ड्स है। कवि ने स्वयं माना है यह कविता उन्होंने किसी ओर वेबसाइट पर प्रकाशित नहीं करवाई है।

लेखक: उदयवीर सिंह

लेखक: उदयवीर सिंह

इस कविता के बारे में अपने विचार comment करके हमें ज़रूर बताएं और अपने साथियों तक इसे अवश्य पहुंचाए ।

और हिंदी अंश को विजिट करते रहें।  

_________________

अपनी कविता प्रकाशित करवाएं

Mail us on – Hindiansh@gmail.com

इन्हें ज़रूर पढ़े-

    Spread the love

    Leave a Comment