हिंदी दिवस पर निबंध (essay on hindi divas in hindi)
आखिर किसी प्रकार का कोई दिवस या सम्मेलन का आयोजन क्यों किया जाता है? उसके प्रचार प्रसार के लिए। इसी तरह मनाया जाता है, हिंदी के प्रचार के लिए हिंदी दिवस।
दोस्तों हिंदी दिवस पर निबंध को पढ़ कर आप हिंदी दिवस पर भाषण, लेख लिखने जैसे कार्यों में मदद ले सकते हैं। इसके अलावा आप यहां से कई प्रकार की जानकारी भी प्राप्त कर लेंगे।
प्रस्तावना
हमारे देश में प्रत्येक वर्ष 14 सितंबर को हिंदी दिवस के रुप में मनाया जाता है। हालांकि इस दिवस का आयोजन प्रतिवर्ष 10 जनवरी को विश्व स्तर पर भी किया जाता हैं।
भारत में सन् 1953 से इस दिवस को मनाने की शुरुआत हुई। जबकि विश्व स्तर पर इसे सन् 1975 से आयोजित किया जा रहा है।
हिंदी दिवस मनाने की शुरुआत
जब हमारा देश अंग्रेजों का गुलाम था। तब से ही हिंदी को लेकर कई लोगों ने अपने विचार प्रस्तुत कर दिए थे। यह महान व्यक्ति शायद समझ चुके थे, कि अंग्रेजों के साथ साथ इनकी भाषा अंग्रेजी भी भारत को गुलाम बनाने वाली है।
सन 1918 में ही देश के राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने हिंदी को लेकर आवाज उठा दी थी। इनके साथ अन्य व्यक्ति भी थे।जिन्होंने कई प्रकार से लोगों को जागरुक करने का प्रयत्न किया। इनके द्वारा कई तरह से महत्वपूर्ण कदम भी उठाए गए। परंतु जिस तरह अंग्रेज हम भारतीयों के ऊपर हावी थे। उसी प्रकार अंग्रेजी भी भारतीय भाषा के ऊपर हावी होती चली गई।
विश्व स्तर पर पहली बार 10 जनवरी 1975 को नागपुर में विश्व हिंदी सम्मेलन का आयोजन किया गया और यह हर 3 वर्ष में निरंतर आयोजित किया जाता है।
हिंदी दिवस और भारतीय संविधान
जब हमारे देश को अंग्रेजो से पूर्णतः आजादी प्राप्त हो चुकी थी। और भारतीय संविधान भी लिखा जा रहा था। तब हिंदी भाषा के महत्व को भी उजागर किया गया। शुरुआत में 14 सितंबर 1949 को भारतीय संविधान सभा के अध्यक्षों ने एक मत होकर हिंदी को राजभाषा का अधिकार प्रदान किया। हालांकि कुछ समय पश्चात 26 जनवरी सन् 1950 में हिंदी को आधिकारिक रूप से उपयोग करने की स्वीकृति प्रदान की गई।
प्रारंभिक संविधान में यह स्पष्ट किया गया था, कि शुरुआती 15 वर्षों तक अंग्रेजी का भी उपयोग किया जाएगा। क्योंकि बहुत सारे व्यक्ति ऐसे थे। जिन्हें हिंदी का ज्ञान नहीं था। संविधान सभा का मानना था कि इससे यह लोग भी हिंदी को समझने लगेंगे।
संविधान द्वारा तो इसे अपना लिया गया परंतु अब समय था इसके प्रचार-प्रसार का। जब इसको लेकर मांग उठी तो सरकार ने सन् 1953 में प्रतिवर्ष 14 सितंबर को हिंदी दिवस मनाने की घोषणा कर दी। और तब से लेकर आज तक हम इसे प्रति वर्ष मनाते आ रहे हैं।
मनाने का उद्देश्य
हिंदी दिवस का आयोजित करने का मुख्य उद्देश इसका प्रचार प्रसार करना है। लोगों को जागरुक करना, विश्व स्तर पर हिंदी को उजागर करना, इसे विश्व मंच के सामने प्रस्तुत करना और इसकी पहचान बनाना है। यही सब इस दिवस को मनाने के मुख्य कारण है।
सरकार द्वारा किए जा रहे हैं प्रयास
ऐसे कई प्रकार के सरकार द्वारा कदम उठाए जा रहे हैं, जिससे कि हिंदी को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रस्तुत किया जा सके।
हर 3 वर्ष पश्चात विश्व हिंदी सम्मेलन का आयोजन किया जाता है। इस सम्मेलन में कई देशों के सदस्य भाग लेते हैं। और इन्हे आमंत्रित भी किया जाता है। इस सम्मेलन का आयोजन देश से बाहर भी किया जा सकता है। 12 वा हिंदी सम्मेलन का आयोजन मध्यप्रदेश के देवास जिले में सन् 2021 में किया जाएगा।
हमारे देश के बड़े बड़े नेता अब विश्व स्तर पर या विदेशी मंचो पर हिंदी में भाषण देने लगे है। जिससे कि हमारी हिंदी का महत्व बड़े। और भी विदेशो में लोग इसे समझे। यह हमारी सरकार व नेताओ के लिए सरहानिय कार्य है।
किस तरह आयोजित किया जाता है
यह हम भारतीयों के लिए गर्व की बात है कि हमारी मातृभाषा हिंदी को विश्व स्तर पर प्रस्तुत किया जा रहा है।
हिंदी दिवस को अलग-अलग जगहों पर अलग-अलग तरह से आयोजित किया जाता है। विद्यालय में भाषण बाजी की जाती है। राष्ट्रीय स्तर पर या स्कूलों में कई प्रकार की प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जाता है। सप्ताह पहले से ही हिंदी पखवारा मनाया जाता है। जिसमें हर दिन अलग-अलग तरह की प्रतियोगिताएं जैसे निबंध लेखन, कहानी लेखन, भाषण और नारा लेखन का आयोजन किया जाता है।
हिंदी दिवस पर कुछ महत्वपूर्ण तथ्य
- पहली बार हिंदी को राष्ट्र भाषा बनाने की मांग अथवा इसका विचार सन् 1918 में हमारे राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने प्रस्तुत कर दिया था। हालांकि इनके साथ कुछ दूसरे महान लोग भी थे।
- आजादी के पश्चात 14 सितम्बर 1949 को हमारी संविधान सभा ने हिंदी को राजभाषा का दर्जा दिया।
- 26 जनवरी 1950 को हिंदी को आधिकारिक रूप से उपयोग करने की स्वीकृति प्रदान की गई।
- लोगो की मांग के अनुसार हिंदी के प्रचार प्रसार के लिए 14 सितम्बर 1953 को प्रतिवर्ष हिंदी दिवस मनाने कि घोषणा कि गई।
- विश्व स्तर पर इसे 10 जनवरी 1975 से आयोजित किया जा रहा है। जिस वर्ष पहली बार विश्व हिंदी सम्मेलन का आयोजन किया गया था।