मेरा प्रेम सफल हो जाता हिंदी कविता। |
यह कविता उस छलना स्त्री के लिए है जो उसको प्रेम करने वाले पुरुष में रूचि नहीं लेती जबकि वह उसके प्रति एकनिष्ट भाव से आसक्त है, लेकिन उसके आसक्ति की पवित्र भूमि का विस्तार उसको नहीं दिखता.
मेरा प्रेम सफल हो जाता हिंदी कविता।
मुझको गले लगा लेती तो
मेरा प्रेम सफल हो जाता
तुम मुझको अपना लेती तो
मेरा प्रेम सफल हो जाता
मन में भाव जगा देती तो
मेरा प्रेम सफल हो जाता
मन में दीप जला देती तो
मेरा प्रेम सफल हो जाता
चिर प्रतीक्षा में अब भी हूँ
शायद तू अब भी आ जाए
यह सपना अपना लेती तो
मेरा प्रेम सफल हो जाता
मेरे नभ में तेरा पंछी
शायद सुंदर सा कुछ गाए
यदि ऐसा भी हो जाता तो
मेरा प्रेम सफल हो जाता
दुनिया यह कहती है तुझको
प्यार प्रीत को वो क्या जाने
मुझसे प्रीत लगा लेती तो
मेरा प्रेम सफल हो जाता
कवि द्वारा इस कविता को पूर्ण रूप से स्वयं का बताया गया है। ओर हमारे पास इसके पुक्ते रिकॉर्ड्स है। कवि ने स्वयं माना है यह कविता उन्होंने किसी ओर वेबसाइट पर प्रकाशित नहीं करवाई है।
लेखक: अखिलेश सिंहअयोध्या धाम
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