गाय पर कविता poem on cow in Hindi
दोस्तों क्या आप भी गाय पर कविता पढ़ना चाहते है और अच्छी सी कविता ढूंढ रहे हैं? आज हम खास आपके लिए लेकर आए हैं गाय पर कविता poem on cow in Hindi
गाय पर कविता। Gay par kavita
गाय की तुम सेवा करना
मिलेगा पुण्य,पाप मिटाना
रग रग में इसके भगवान का वास
चाहे हो जाए कुछ भी लेकिन
रखना इसे हमेशा पास
किसानों का यह असली साथी
हरपल हैं ये इसके उपयोगी
गाय का दूध हम पीते
बॉडी शॉडी अपनी बनाते
मक्खन दही छाछ जैसे
ओर कई मिठाईयां हम खाते
गोबर से खाद बनता
उपयोग इसका खेत में होता।
हरी घास ये खाती
सूखे खाने में रह लेती।
कभी न कोई इसकी शिकायत होती
हरपल हरवक्त शांत रहती
गाय है, किसानों का पालतू पशु
माता का दर्जा प्राप्त हुआ
जिसने इसकी कर ली सेवा
उसका जीवन मानो धन्य हुआ।
गावों में लोग शोक से पालते
शहरों में इसके लिए कोई घर नहीं
गोशाला का निर्माण करवाओ
माता रूपी गाय की तुम सेवा करो
रहती हैं हमेशा भोली बनकर
जाती नहीं कभी साथ छोड़कर
प्यार से हम गोमाता कहते
घर में माता का दर्जा देते
गाय हमे उन्नत बनाती
माता हम इसको कहते
वास्तु दोष दूर करती।
इंसान को विद्वान बनाती।