किताब पढ़ने का सही तरीका। किताब अच्छे से कैसे पढ़े?
अनुक्रम:-
- Introduction
- किताबे क्यों पढ़नी चाहिए
- किताब पढ़ने का सही तरीका
- किताब पड़ने के फायदे
किताबें जो कि मनुष्य के लिए किसी भी सच्चे दोस्त की तरह सच्ची साथी होती है। किताबे मनुष्य को किसी भी परेशानी से बाहर निकाल सकती है। हर प्रकार का ज्ञान देती है। पर क्या आप जानते हैं, की किताबें पढ़ने का सही तरीका क्या है? किस तरह किताबों को बेहतर तरीके से पढ़ा जा सकता है।
आज की इस पोस्ट में हम जानेंगे की, पुस्तकों को पढ़ने का सही तरीका क्या है? किस तरह आप कम समय में अच्छा ज्ञान प्राप्त कर सकते हैं।
किताबे क्यों पढ़नी चाहिए?
दोस्तों किताबों से अच्छा कोई दोस्त नहीं और हो भी नहीं सकता। किताबे हमारे जीवन का महत्वपूर्ण भाग है। प्राचीन काल से ही हमें किताबों के महत्व के बारे में बताया जाता रहा है।
जो व्यक्ति अपनी जिंदगी में पूर्णत: सफल हुए हैं। उन्होंने भी किताबों को ही अपने सक्सेस का राज बताया है। तथा इन लोगों द्वारा किताबें पढ़ने पर भी जोर दिया गया है।
बड़े-बड़े विद्वानों, नेताओ और सफल लोगों तथा साहित्यकारों ने भी कहा है कि जिसने किताबों के महत्व के बारे में जान लिया अथवा इन्हें पढ़ना अपनी जिंदगी का अहम हिस्सा बना लिया। वह व्यक्ति आगे चलकर अवश्य सफल हो सकता है। और होगा भी।
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किताब पढ़ने का सही तरीका-
आमतौर पर हर कोई किताब पढ़ने का शौकीन होता है। हर व्यक्ति, छात्र या विद्यार्थी अपने जीवन में किताब अवश्य पड़ता है। चाहे वह सीधे रूप से हो या परोक्ष रूप से।
आगे इस पोस्ट में हम यही जानेंगे कि यदि आपको किताबें पढ़ने का शौक नहीं भी है तो आप किस तरह इसे मजेदार बना सकते हैं।
बैठकर पढ़ना
क्या आप किताबे बैठकर पढ़ना पसंद करते हैं? यदि हा तो यह आपके लिए काफी लाभदायक है और यदि नहीं तो अवश्य आपको पुस्तकों का अध्ययन करते वक्त नींद आती होगी या आलस्यपन महसूस होता होगा। तो यकीन मानिए आप जो पुस्तक पढ़ रहे हैं। उनमें आपका इंटरेस्ट भी नहीं है।
आमतौर पर यह स्कूल पाठ्यक्रम ही होता है। इसका आपके लिए उचित तरीका यही होगा कि आप बैठकर इनका अध्ययन करें या अब धीरे धीरे बैठकर पड़ने की आदत डालने का प्रयास करे।
यदि आप कहानियां, रोमांस या इंटरेस्टिंग किताबें पढ़ रहे हैं। तो आप इन्हें किसी भी तरह पढ़ सकते हैं। आपको कोई नींद या किसी भी प्रकार का आलस्यपन नहीं आएगा। चूंकि आप इंटरेस्टिंग बुक पढ़ रहे होंगे।
समय-समय पर ब्रेक
अगर आप किसी चीज को लगातार घंटो – घंटो तक बिना किसी break (रुकावट) के पढ़ रहे हैं तो शायद हो सकता है कि आप पिछला पढ़ा हुआ भूल जाए। क्योंकि मनोवैज्ञानिक तथ्य कहता है कि हमें पढ़ते वक्त समय-समय पर एक छोटा सा ब्रेक अवश्य लेते रहना चाहिए।
इससे हमारे दिमाग को भी आराम पहुंचता है। और हम पढ़े हुए को फिर से एक बार दोहरा लेंगे। जिससे कि हम उसे भूल भी नहीं पाएंगे।
अकेले में पढ़ना
असल में हमारा दिमाग वह काम पहले करता है, जो हमें नहीं करना चाहिए। यदि आप किसी पुस्तक को बड़े ध्यान से पढ़ रहे हैं, लेकिन अगर आपके पास किसी प्रकार का शोर शुरू हो जाए या कोई बातें करने लग जाए तो 100 प्रतिशत! कि आपका ध्यान भटक जाएगा। कोशिश करते हुए भी आप उनपर से अपना ध्यान हटा नहीं सकेंगे। इसलिए हमेशा कोशिश करना कि पढ़ते वक्त आप अकेले रहो और आपके पास आपको डिस्टर्ब करने वाला कोई ना हो।
टॉपिक पूरा करना(topic compleate)
किताबों को लेकर आप भी अगर अच्छी अच्छी आदत डालना चाहते हैं। तो कभी भी किसी टॉपिक को अधूरा मत पढ़िए। यह कहावत तो सुनी होगी कि
“अधूरा ज्ञान खतरनाक होता है”
और यह वाकई में सही भी हैं। यदि पढ़ते-पढ़ते आपको कोई काम आ जाए, कहीं जाना पड़ जाए या किसी कारणवश आप को पढ़ना बंद करना पड़ रहा है तो कोशिश कीजिए कि आप उस टॉपिक(अध्याय) को पूरा पढ़ चुके हैं। उसे अवश्य पूरा करें। इससे आपको किसी टॉपिक के बारे में पूर्ण जानकारी भी मिल जाएगी और आप उसको भूल भी नहीं पाओगे।
इच्छा के साथ पढ़ना
इसे भी हम किताबें पढ़ने का सही तरीका के अंदर रख सकते हैं। क्योंकि यदि किसी की पढ़ने की इच्छा है ही नहीं तो पढ़ कर क्या सीख लेगा! उसका ध्यान तो हमेशा इधर – उधर ही भटकता रहेगा। इसलिए याद रखिए जब आपका पढ़ने का मन हो तब अवश्य पड़े क्योंकि इच्छा/लगन के साथ पढ़ा हुआ हमेशा याद रहता है।
आंखों को आराम
असल में जब हम पढ़ते-पढ़ते उस में लीन हो जाए तो हम लगातार पढ़ते जाते हैं। यह किस्सा कहानियां, मजेदार लेख या रोचक जानकारियां पढ़ते वक्त उजागर होता है। यदि आप लगातार पढ़ते जा रहे हैं तो आप कितने दिन पढ़ सकते हैं। 1 दिन 2 दिन या 3-4 दिन, उसके बाद आपकी आंखों पर असर दिखने लग जाएगा। और कमजोरी भी होने लगेगी।
तत्पश्चात आप थोड़ा भी नहीं पढ़ सकते हैं। तो हमेशा कोशिश यही करिएगा कि पढ़ने के दौरान बीच-बीच में अपनी आंखों को भी आराम मिलता रहे जो कि काफी महत्वूर्ण है।
किताबें पढ़ने के फायदे-
आप सभी सोशल मीडिया का उपयोग तो करते ही होंगे। वर्तमान में हर व्यक्ति का अधिकतम समय मोबाइल पर ही बीतता है। पर क्या आप जानते हैं, इससे हमें क्या सीखने को मिलता है? शायद कुछ भी नहीं। लेकिन यदि आप किताबें पढ़ने के शौकीन हैं तो आपको डायरेक्टली या इनडायरेक्टली काफी फायदे हैं। बहुत कुछ नया सीख भी सकते हैं।
आगे हम यही पड़ेंगे कि जो व्यक्ति किताबें पढ़ते हैं उन्हें क्या-क्या फायदे हैं और इससे उन्हें आमतौर पर क्या-क्या सीखने को मिलता है।
अकेलेपन से छुटकारा
क्या आप जानते हैं कि हमारे जीवन में कई बार ऐसा समय आता है कि हमें अकेलापन महसूस होता है। या हम अकेलेपन के शिकार हो जाते है। तब हमे महसूस होता है कि अब हम अकेले पढ़ चुके है। इस समय हमें किसी से बात करना अच्छा नहीं लगता है। और बात बात पर गुस्सा भी आता है।
लेकिन क्या आप जानते हैं कि किताबे एक ऐसा दोस्त साबित हो सकती हैं, जो इस अकेलेपन को दूर कर सकती हैं। और हमें रोमांचित भी कर सकती हैं। जब हमें अकेलापन महसूस होता है, तब हमें किताबें अवश्य पड़नी चाहिए। 👉अधिक पढ़े
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Apne Likha To Bahut Badiya Hai. Lekin Kahi-Kahi Kuch Shabdh Galat Ho Gaye Hai. aur Isme Kuch aur bhi topic add karne ki jarrurt hai.
Kai log book ya topic ko khatm karne ke liye jaldi jaldi padhte he isse quantity to zyada hojati he lekin quality nahi hoti padha hu yaad nahi hota quantity Kam ho lekin quality ho