विज्ञान के चमत्कार पर कविता। vigyan ke chamatkar par kavita
विज्ञान ने हमारी जिंदगी को बहुत एडवांस बना दिया है और हम लगातार नई नई खोजे भी करते जा रहे है। विज्ञान के कारण वर्तमान में वह सब कुछ संभव हो पाया है जिसकी एक समय पर कल्पना करना भी मुश्किल था।
विज्ञान ने लगभग हमें सबकुछ दे दिया है और प्रतिदिन कुछ न कुछ नया देता भी जा रहा है।
इस पोस्ट में हम लेकर आए है आपके लिए एक छोटी सी विज्ञान के चमत्कार पर कविता । जो कि आपको कुछ विज्ञान के चमत्कारों से रूबरू करवाएगी और मनोरंजन भी।
विज्ञान के चमत्कार पर कविता |
विज्ञान पर कविता (vigyan par kavita)
विज्ञान का चमत्कार कुछ इस प्रकार हो रहा है,
ना सोचा हुआ काम भी हो रहा है।
कुछ भी नहीं है असंभव,
ये हमें विज्ञान बतला रहा है।
इंसान बदल रहा है,
बदल रही है दुनिया।
यह और कुछ नहीं,
हैं विज्ञान के चमत्कार।
किसी ने सोचा ना था कभी,
आज हम पैदल चल रहे है।
एक दिन ऐसा भी आएगा,
लोग हवा में उड़ पाएंगे।
यह सब कुछ ही तो,
है विज्ञान के चमत्कार।
कबूतर का उपयोग करते थे लोग,
आज सबके पास मोबाइल है।
झूम उठते थे चिठ्ठी पाकर,
आज हर समय मैसेज है।
प्रयास हर प्रकार के किए जा रहे है,
लोग अंतरिक्ष में जा रहे हैं।
दूसरी दुनिया खोज रहे है,
नए अविष्कार हो रहे है।
यह और कुछ नहीं,
सिर्फ है विज्ञान के चमत्कार।
इंसान धीरे धीरे बदल रहा है,
उन्नत खोज करता जा रहा है।
विज्ञान का प्रयोग ये कर रहा है,
खुद को बहुत ऊपर पंहुचा रहा है।
विज्ञान का चमत्कार कुछ इस प्रकार हो रहा है,
ना सोचा हुआ काम भी हो रहा है।
कुछ भी नहीं है असंभव,
ये हमें साइंस बतला रहा है।
रफ़्तार अपनी इंसान बड़ा रहा है,
विज्ञान का प्रयोग कर रहा हैं।
जीवन को आसान बना रहा है,
जिंदगी को नर्क में धकेल रहा है।
रोबोट्स का निर्माण हो रहा है,
इंसान आलसी बनता जा रहा है।
फायदा भी है इसका,
नुकसान भी है अनेक।
इलाज सब हो रहा है,
पर यह तो है विज्ञान के चमत्कार।
कृषि क्षेत्र में हुआ विकास,
दोगुनी फसल आने लगी है।
हानिकारक रसायनों का छिड़काव,
अंधाधुन हो रहा है।
शिक्षा हो चुकी है उन्नत,
सब आज इंटरनेट पर चल रहा है।
घंटो का काम अब,
मिनटों में होने लगा है।
विज्ञान का चमत्कार कुछ इस प्रकार हो रहा है,
ना सोचा हुआ काम भी हो रहा है।
कुछ भी नहीं है असंभव,
poem on science in hindi साइंस पर कविता
वह सब विज्ञान है।
गरीबी और बीमारी को केवल विज्ञान ही सही कर सकता है
दोनों को जड़ से केवल
विज्ञान ही मिटा सकता है।
संस्कृति, कला ,धर्म ,रीति- रिवाज,
परंपरा के पीछे केवल और केवल विज्ञान है
और विज्ञान ही इनको जीवित रखती है।
इंसान के बिना विज्ञान ,
विज्ञान के बिना इंसान अधूरा है।
विज्ञान का मतलब
समाज में फैले रूढ़िवाद को खत्म करना है।
विज्ञान इस समाज,
इस दुनिया की आत्मा है।
विज्ञान के बगैर प्रकृति अधूरी है।
दोस्तों कैसी लगी आपको हमारे द्वारा लिखी विज्ञान के चमत्कार पर कविता(vigyan ke chamatkar par kavita)। इस कविता में विज्ञान से हो रहे प्रभाव ओर खोजों के बारे में बताया गया है।
आशा करता हूं आपको यह कविता पसंद आई होगी।
आप विद्यार्थी हैं तो इन्हें ज़रूर पढ़े ;