किसान कृषक पर निबंध

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किसान पर निबंध। kisan par nibnadh

जैसा कि हम सब जानते हैं की हमारे तक जो खाना पहुंचता हैं वह काफी मशक्कत के बाद हमारे तक पहुंचता है आखिर कितनी मेहनत के बाद यह तैयार होता हैं।
सिर्फ किसान ही है जो इस इसकी पूरी प्रक्रिया समझ सकता है। 
आज हम लेकर आए हैं किसान पर निबंध/ kisan par nibnadh। जिसमे किसान की पूरी आजीविका को हमने बताने का प्रयास किया है। इसका उपयोग आप अपने स्कूल में अपने गृहकार्य में कर सकतें हैं।

किसान! इस महान व्यक्ति/क्रांतिकारी को कोन नहीं जानता है। एक किसान राष्ट्र की वो संपति है। जिसके बिना दूसरी किन्हीं चीजों को कल्पना करना भी मुश्किल है।

एक किसान ही है जो पूरे राष्ट्र का पेट भरता है। उसको पालता है। ओर उसका भरण पोषण करता हैं।
बिना किसी किसान के इस धरती/ दुनिया का होना भी नामुमकिन है।


किसान किसी राष्ट्र की वो संपति है जो पूरे देश के लिए भोजन की उपलब्धता करवाता हैं। धूप में, कड़ाके कि ठंड, सर्दीी, बारिश या चाहे किसी भी मौसम में अपनी जी जान लगाकर अपने खेतों में मेहनत करता है। ओर फिर फसल का उत्पादन करता है। 

अपनी पूर्ति के अनुसार धान अपने घर में सुरक्षित रख लेता हैं और बची हुई फसल को बाद में आगे मंडी में बेच देता है। ओर अपनी कुछ कमाई निकाल पाता है।

किसान अपनी खेती के अलावा साथ में पशुपालन भी करता है। जो की इसे खाद के रूप में गोबर, अच्छी सेहत बनाएं रखने के लिए दूध, खेती में कुछ उपकरणों के उपयोग के दौरान मदद करते हैं। 

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ओर जब किसान अपनी फसल तैयार कर लेता है। तब इन पशुओं के लिए चारा भूसा सुकला भी उपलब्ध हो जाता हैं। जिसे व पूरे सालभर के लिए संभाल के रख लेता हैं। 

किसान की भूमिका

कोई बिज़नेस मेन, कोई स्पोर्ट्स परसन हो या कोई नेता हो या चाहे कितना ही बढ़ा व्यक्ति क्यों न हो उसके जीवन को चलाने के लिए एक किसान ही महत्वपूर्ण भूमिका अदा करता हैं। 

एक किसान ही होता है जो खुद से ज्यादा अपने खेत/ अपनी धरती माता को प्यार करता है। चाहें मौसम साथ दे या ना दे, फसल अच्छे से तैयार हो या ना हो, वह किसी न किसी तरह, अंत में अपने देश के लिए पर्याप्त मात्रा में खाने की पूर्ति कर ही देता है।

किसान की दिनचर्या

आमतौर पर एक किसान का दिन सूर्योदय से पहले ही शुरू हो जाता है। सवेरे उठते ही हाथ मुंह धोने के पश्चात व चाय पीने के बाद अपने पशु के साथ खेत पर पहुंच जाता हैं।
वहां अपनी फसल की देखरेख करता है।

अक्सर ये खाना भी अपने खेत पर ही खाना पसंद करता है। पूरे दिनभर खेत में मेहनत करने के पश्चात शाम होने के बाद घर लौटता है। जब फसल बढ़ी हो जाती है और उसमे दाना पकने लगता है। तब आवारा पशुओं व जंगली जानवरों से बचाने के लिए ये रात को भी अपने खेत पर ही सोता है। 

किसान बहुत मेहनती व्यक्ति होता है। अच्छा व स्वादिष्ट खाना खाना पसंद करता है। और आलस्य का तो इसके अंदर नामों निशान नहीं होता हैं।
पूरे दिनभर अपने खेत में कुछ न कुछ काम करता ही रहता है तथा अपने देशवासियों के लिए खाने की पूर्ण व्यवस्था करता है।

किसान की समस्या

हम सब जानते है कि आखिर किसके जीवन में किसान की क्या भूमिका है। लेकिन किसानों की समस्या के बारे में सिर्फ वहीं जानता है। 
वर्तमान समय में एक किसान कई ऐसी मुश्किलों से अपनी जिंदगी गुजारता है कि कभी कभी कई किसान तो मर जाना पसंद करते हैं ओर कई cases हमें ऐसे देखने को भी मिलते हैं। 

जब एक किसान अपने खेत को तैयार करता है तो सबसे पहले उसे बारिश का इंतजार करना पड़ता हैं। जब बारिश होती हैं, तो वो बड़ी खुशी से अपनी फसल बोता है ओर काफी मेहनत करता है। लेकिन दोबारा पानी न गिरने ज्यादा ठंड से या कई प्रकार की बीमारियों के कारण उसकी फसल बर्बाद हो जाती हैं। जिसका ध्यान देने वाला कोई नहीं है। 
यदि फसल तैयार भी हो जाती है तो अंत के समय में ओलावृष्टि हो जाती है। जिससे की उसकी फसल व पूरे साल की मेहनत का सत्यानाश हो जाता हैं।

यदि एक किसान अपनी फसल तैयार कर भी लेता है। और सुरक्षित रूप बीज को घर पर लेकर आ जाता है, तो कई कारणों से उसे अपनी फसल को कम भाव में बेचना पड़ता है। ओर अपनी आमदनी तो दूर की बात अपनी खर्चा भी नहीं निकाल पाता है।

अगर किसान न होता

यदि किसान न होता तो इस धरती या जीवन का अंदाजा लगाना भी मुश्किल है।
अगर किसान न होता तो इस दुनिया के दूसरे लोगों का पेट भरना भी मुश्किल है। इसका एक उदाहरण हम अपने कोरॉना काल से ही ले सकते हैं। जब पूरी दुनिया लगभग थम सी गई थी। सारे काम बंद हो चुके थे। 
जब किसी भी प्रकार की कमी बंद हो चुकी थी। लोग सिर्फ अपने घरों में कैद हो चुके थे तब लोगों के काम आयी बस किसानों की फसल, धान ही पेट भरने के काम आया।

लोगो को फ्री में राशन दिया गया था। इस समय शहर हो या गाव का हर बच्चा बच्चा समझ चुका था कि ऐसे समय में किसका कितना महत्व है। 
भले ही हम कितने ही डिजिटल हो चुके थे लेकिन कहीं से रोटी को डाउनलोड नहीं किया जा सकता था। या कहीं ऑनलाइन माध्यम से किसी खाने को प्राप्त नहीं किया जा सकता था। 

हम किसानों के लिए क्या कर सकते हैं

यदि आप एक किसान है तो आप एक किसान की समस्या को समझ सकते हैं। ओर यदि आप कोई दूसरा कार्य कर रहें है तो आप कई तरीको से किसानों की मदद कर सकते हैं।

यदि कोई व्यक्ति एग्रीकल्चर क्षेत्र में कार्यरत हैं तो वह कई तरह से समय समय पर किसानों की मदद कर सकता है। 
किसानों को सही खाद बीज उपलब्ध करवाकर उनकी मदद की जा सकती हैं। यदि किसानों के हित में कभी कोई नई पुरानी योजना बनाई जाती हैं तो वह जल्द से जल्द किसानों तक यह खबर पहुंचाने का कार्य कर सकता है।

निष्कर्ष

लोग जितना अपने जीवन में दूसरो को महत्व देते हैं उन्हें उतना ही महत्व किसानों को भी देना चाहिए। उन्हें यह समझना चाहिए कि यदि ये न होगा तो हम भूखे मर जायेंगे हमारे खाने के लाले पड़ सकते हैं।

धोती कुर्ता पहनने वाला सिर पर पगड़ी बांधने वाला तथा हाथ में एक टावेल रखने वाला यह व्यक्ति सबके  जीवन को व्यतीत करने के लिए अपनी अहम भूमिका निभाता है।
                                  🙏🙏🙏    
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