आंखो देखा मैच का वर्णन पर निबंध

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आज हम लिखने वाले हैं किसी आंखो देखा मैच का वर्णन पर निबंध(ankho dekha match ka varnan nibandh Hindi me)। इस निबंध में किसी मैच का आंखो देखा वर्णन किया गया है।

यह निबंध हमने class 1 class 2 class 3 class 4 class 5 class 6 class 7 class 8 class 9 class 10 व दूसरे सभी विद्यार्थियों के लिए लिखा है। इसका उपयोग आप अपने किसी भी होमवर्क के लिए कर सकते हैं।

                            आंखो देखा मैच का वर्णन


आंखो देखा क्रिकेट मैच का वर्णन निबंध। Ankho dekha match ka varnan nibandh।

दिनांक 15 मई 2020 यानी कि कल ही में अपने माता पिता और मेरी बहन के साथ मैच देखने गया था।

हम सभी बहुत खुश थे। और सबसे ज्यादा मैं और मेरी बहन। क्योंकी हमने पहली बार कोई मैच अपनी आंखों से देखा था। यह मैच हमने इंदौर के होल्कर स्टेडियम में देखा था।

दोपहर के करीब 12:00 बजे हम अपने घर से निकले थे। और शाम 6:00 बजे के करीब हम स्टेडियम पहुंच गए। टिकट दिखाने के पश्चात हमने अंदर प्रवेश किया। अब धीरे-धीरे समय बीतता गया और लोगों की भीड़ जमा होने लगी थी।

शाम के 7:00 बजे के करीब स्टेडियम लगभग खचाखच भर चुका था। हमने भी अपनी सीट ग्रहण की और इधर मैदान पर दोनों कप्तानों के बीच टॉस की जंग शुरू हुई।

अंपायर द्वारा टॉस उछाला गया। और मैने देखा बेंगलुरु के विराट कोहली ने कुछ कहा, और देखते ही देखते टॉस नीचे आया और बेंगलुरु ने टॉस जीत लिया।

अंपायर ने पहले माइक विराट कोहली की तरफ कर दिया और विराट कोहली ने पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया।

मैं काफी खुश था, क्योंकि मैच का रोमांच अब शुरू होने की जा रहा था। मेरी बेंगलुरु फेवरेट टीम थी। जो कि पहले बल्लेबाजी करने उतर रही थी। सबसे पहले एबी डी विलियर्स और डी पदीकल ओपनिंग के लिए उतरे। जो कि काफी अच्छे प्लेयर थे। मुंबई की तरफ से पहला ओवर जसप्रीत बुमराह को दिया गया।

अब मैच शुरू हो चुका था। एक के बाद एक गेंद आती गई और दोनों प्लेयर ने मिलकर पहले ओवर में मात्र 3 रन बनाए। दूसरे ओवर की शुरुआत हुई। और इधर डिविलियर्स भी धीरे-धीरे बरसने लगे। देखते ही देखते चौके छक्कों की सहायता से 7 ओवर की समाप्ति पर इन दोनों खिलाड़ियों ने मिलकर 82 रन जोड़ दिए।

आठवें ओवर की शुरुआत हुई। और पहली ही गेंद पर डिविलियर्स चल बसे। अब मैं सामने, पैवेलियन से हमारी टीम के कप्तान विराट कोहली को आते देख सकता था।

तत्पश्चात् दोनों ने मिलकर 16 ओवर की समाप्ति तक बेंगलुरु का स्कोर 176 पर पहुंचा दिया

17 वें ओवर की दूसरी गेंद पर पदिकल भी कैच थमा बैठे। इसके पश्चात मैक्सवेल क्रीज पर उतरे। और आखिरी 3 ओवर की समाप्ति तक विराट और मैक्सवेल ने इसको 239 पर पहुंचा दिया। 20 ओवर की आखिरी गेंद पर रन चुराने के चक्कर में विराट कोहली रन आउट हो गए। और इसी तरह बेंगलुरु की पारी 239 पर तीन विकेट के साथ समाप्त हुई।

आधे घंटे का ब्रेक रहा। हमने इंतजार किया। और मैच फिर प्रारंभ हुआ। मुंबई के सामने स्कोर बड़ा था। लेकिन खिलाड़ी इनके भी कोई कम नहीं थे। पहले ही ओवर में रोहित शर्मा और डी कॉक ने मिलकर 17 रन जड़ दिए।

धीरे-धीरे रात बढ़ती जा रही थी। आसमान अपनी छटाएं बिखेरता जा रहा था। और ठंडी हवा का अलग ही आनंद प्राप्त हो रहा था। 

समय बीतता गया और मुंबई की पारी 19 ओवर में 217 पर दो विकेट गिरा चुकी थी। वाकई में इस रोमांचक मैच को शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता है।

आखिरी ओवर की समाप्ति हुई। कोई अंदाजा नहीं लगा पा रहा था आखिर कौन जीतेगा। और मैच का रोमांच और बढ़ता जा रहा था। जीत के लिए मुंबई को 1 ओवर में 22 रन चाहिए थे। जिनके बारे में कुछ कहा नहीं जा सकता था क्योंकि इसके पिछले ही ओवर में बेंगलुरु ने अपने 33 रन गवाए थे।

विराट कोहली द्वारा चहल को आखरी ओवर दिया गया। चहल के द्वारा पहली गेंद डाली गई और रोहित शर्मा ने सीधे छक्का जड़ दिया। मैच अब मुंबई की तरफ झुकता जा रहा था। दूसरी गेंद आई और यह भी एक ही टप्पे में बाउंड्री पर जा पहुंची। चहल के हाव-भाव अब धीरे-धीरे उड़ने लगे थे।

तीसरी गेंद फेंकी गई और यह भी लुढ़कते हुई बाउंड्री तक जा पहुंची। मैं साफ-साफ देख सकता था। कोहली चहल साहब को कुछ समझा रहे थे और रोहित शर्मा हल्की सी मुस्कुराहट के साथ अपने ग्लब्स को टाइट करने में लगे हुए थे।

मैच अब पूरी तरीके से मुंबई की ओर झुक चुका था। अभी भी 3 दिन में 8 रनों की आवश्यकता थी। ओर इसी बीच चौथी गेंद खाली निकल गई। अब चहल धीरे से मुस्कुराए। पांचवीं गेंद पर फिर रोहित शर्मा ने छक्का जड़ दिया। अब 1 गेंद पर 2 रनों की आवश्यकता थी।

आखिरी गेंद फेंकी लेकिन रोहित शर्मा गेंद को उठा नहीं पाए और एक ही टपे में स्टैम्प में जा लगी। और इस तरह शानदार, रोमांचक, धमाकेदार मुकाबले में बेंगलुरु ने मुंबई को 1 रन से शिकस्त दे दी।

सारे खिलाड़ी खुश नजर आ रहे थे। क्योंकि सभी ने बहुत ही अच्छा प्रदर्शन किया था। स्टेडियम खाली होने लगा। हम भी अपने घर के लिए उठे और चल दिए।

यह आंखों देखा मैच में कभी भूल नहीं सकता। और मुझे लगता है। शायद ही इससे पहले कभी इतना रोमांचक मुकाबला हुआ होगा।

यह था मेरे द्वारा पहली बार आंखो देखा मैच जिसका वर्णन मैने यहां करने का प्रयास किया है आशा करता हूं आपको यह ankho dekha match ka varnan पसंद आया होगा।

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