हैलो दोस्तों, अटल बिहारी वाजपेई जी को तो आप सभी जानते ही होंगे और आपने आज तक अटल बिहारी जी द्वारा लिखीं हुईं कविताएं तो बहुत पढ़ी ही होगी। लेकिन इस पोस्ट में हम आपके लिए लेकर आए हैं अटल बिहारी वाजपेई जी पर कविता।
अटल बिहारी वाजपेई पर कविता लिखीं है मनजीत भावड़िया जी ने। इस कविता को आप अपने स्कूल के मंच पर सुना सकते हैं। ओर खूब सराहनाए प्राप्त कर सकते हैं।
अटल बिहारी वाजपेयी पर कविता |
अटल बिहारी वाजपेयी पर कविता। atal bihari vajpayee par kavita
अंतराष्ट्रीय साहित्य परिषद
कविता – अटल जी आप अटल थे…
आप का आना भारत को अगाध प्रेम ।
सबको माना एक समान ना किया द्वेष।।
भारत पाक चीन अमेरिका सब आपके चहेते ।
जो खुशियां आप ने दी वो और ना देते ।।
बन प्रधानमंत्री अटल जी आपने बदल दी तस्वीर।
महिला पुरुष का ना भेद ,ना था भेद गरीब अमीर।।
आप ने रास्ते दिखाएं खूबसूरत,जिन पर चलना है।
कठिनाइयों से बिना डर भय से लडना है।।
हिंदी देश में आप महान बने और हुए अमर ।
सब आपको नमन करते झुकाकर अपनी कमर ।।
आप कविताओं में जो संदेश देकर गए भूला नहीं देश।
कोशिश जारी है सबकी बने सच्चे और नेक।।
आप जैसा साहित्यकार व नेता और नहीं होगा।
आप महान थे महान रहेंगे अमर गाथा गुणगान होगा।।
खान मनजीत भावड़िया मजीद का यह है संदेश।
आओ सब मिल एक हो ना कोई द्वेष।।
अटल जी आप की गाथा गायेगा संसार।
पूरी दुनिया में खुशी हो अपरम्पार ।
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कवि द्वारा इस गीत को पूर्ण रूप से स्वयं का बताया गया है। ओर हमारे पास इसके पुक्ते रिकॉर्ड्स है। कवि ने स्वयं माना है यह कविता उन्होंने किसी ओर वेबसाइट पर प्रकाशित नहीं करवाई है।
रचनाकार – मनजीत भावड़िया
हरियाणा
आशा करते हैं आपको यह अटल बिहारी वाजपेई पर कविता। Atal Bihari Vajpayee par kavita. पसंद आईं होंगी। ओर आपको अच्छी लगी होगी।
कृपया यह कविता अपने साथियों तक पहुंचावे।